समेकित शिक्षा के अन्तर्गत आयोजित लोक चित्रांकन प्रशिक्षण कार्यक्रम अपने चौथे चरण को पूर्ण कर सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। इस चार चरणों के कार्यक्रम में कुल 57 प्रतिभागियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। प्रतिभागियों में प्राथमिक शिक्षकों के साथ-साथ एल.टी. कला अध्यापक एवं डायट फैकल्टी ने भी भाग लिया। सभी ने लोककला के थॉट प्रॉसेस को समझा और इसे शिक्षण में प्रभावी रूप से प्रयोग करने के लिए नई दृष्टि प्राप्त की।
कार्यक्रम का उद्देश्य और महत्व
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य कला के सरलतम रूपों को पहचानना, सृजित करना और उन्हें शिक्षण के प्रभावी टूल के रूप में उपयोग करना था। लोककला चित्रण न केवल बालसुलभ है, बल्कि यह लोक संस्कृति को बढ़ावा देने और विद्यार्थियों को अपनी जड़ों से जोड़ने का सशक्त माध्यम भी है।
इस कार्यक्रम में प्रतिभागियों को सिखाया गया कि किस प्रकार आसान कला रूपों के माध्यम से कक्षा शिक्षण को रुचिकर और प्रभावी बनाया जा सकता है। लोककला में निहित प्रतीक और शैली बच्चों को अपनी संस्कृति और परंपरा से जोड़ने के साथ-साथ उनमें रचनात्मकता और सांस्कृतिक गर्व का भाव भी उत्पन्न करती है।
भारत सरकार की पहल और समर्थन
यह उल्लेखनीय है कि भारत सरकार का संस्कृति मंत्रालय लोककला और उसकी विविध शैलियों को प्रोत्साहित करता है। इस प्रकार के कार्यक्रम न केवल कला और शिक्षा का समावेशी विकास करते हैं, बल्कि विद्यार्थियों को भी अपनी सांस्कृतिक विरासत से परिचित कराते हैं।
मार्गदर्शन और समापन संबोधन
कार्यक्रम में डॉ. चेतन, प्रवक्ता ने प्रशिक्षण सत्र में मार्गदर्शन प्रदान किया। उन्होंने लोककला के शैक्षणिक प्रयोग और उसके नवीन आयामों पर विस्तार से चर्चा की।
कार्यक्रम के समापन अवसर पर डॉ. के.एन. बिजलवाण, सहायक निदेशक, SCERT उत्तराखंड ने सभी प्रतिभागियों को लोककला और संस्कृति के संरक्षण में शिक्षा के माध्यम से योगदान देने का आह्वान किया। उन्होंने नवाचार को अपनाने और कला को शिक्षण का अभिन्न अंग बनाने पर जोर दिया।
यह लोक चित्रांकन प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रतिभागियों के लिए एक रचनात्मक और शिक्षण-केंद्रित अनुभव रहा। इसमें सीखे गए लोककला तकनीकों का प्रयोग न केवल शिक्षण को प्रभावी बनाएगा, बल्कि विद्यार्थियों में कलात्मक अभिव्यक्ति और सांस्कृतिक चेतना को भी प्रोत्साहित करेगा। SCERT उत्तराखंड की यह पहल शिक्षा में नवाचार और संस्कृति के संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।