देहरादून, 20 अप्रैल 2025
राज्य स्तर पर शुभारंभ
शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत द्वारा राजकीय इंटर कॉलेज, रानीपोखरी से प्रवेशोत्सव 2025 की औपचारिक शुरुआत की जाएगी। साथ ही, वे राजकीय प्राथमिक विद्यालय नौगांव और राजकीय इंटर कॉलेज हिवालीधार में भी कार्यक्रमों में भाग लेकर नवप्रवेशी छात्रों का उत्साहवर्धन करेंगे। कार्यक्रम की सफलता सुनिश्चित करने हेतु 95 अधिकारियों एवं शिक्षकों को विशेष जिम्मेदारी सौंपी गई है।
प्रवेशोत्सव 2025 के मुख्य आकर्षण
🔸 नवप्रवेशी बच्चों का स्वागत: कक्षा 1 और बालवाटिका-1 में प्रवेश लेने वाले बच्चों का पारंपरिक तरीके से तिलक, माला और मिठाई के साथ अभिनंदन।
🔸 नामांकन अभियान: जिन बच्चों का अब तक विद्यालय में प्रवेश नहीं हुआ है, उनका नामांकन अभियान चलाया जाएगा।
🔸 बालवाटिका प्रवेश: 3 वर्ष पूर्ण कर चुके बच्चों को आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के सहयोग से बालवाटिका-1 में प्रवेश दिलाया जाएगा।
🔸 पीटीए बैठकें: अभिभावक-शिक्षक संवाद के माध्यम से विद्यालय की शैक्षिक और सह-शैक्षिक योजनाओं की जानकारी दी जाएगी।
🔸 सम्मान समारोह: उत्कृष्ट छात्रों, प्रेरणादायक शिक्षकों और अन्य प्रतिभावान विद्यार्थियों को सम्मानित किया जाएगा।
🔸 शैक्षिक प्रदर्शनी: ‘प्रतिभा दिवस’, ‘बस्तामुक्त दिवस’ और अन्य गतिविधियों के अंतर्गत तैयार की गई शिक्षण सामग्री की प्रदर्शनी लगाई जाएगी।
🔸 मिशन कोशिश गतिविधियाँ: पिछली परीक्षाओं में कम अंक पाने वाले बच्चों के लिए सुधारात्मक शिक्षण कार्यक्रमों की जानकारी दी जाएगी।
समुदाय की भागीदारी
यह आयोजन केवल विद्यालय तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि इसमें अभिभावकों, ग्राम शिक्षा समिति, विद्यालय प्रबंधन समिति, पंचायत प्रतिनिधियों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों को सक्रिय रूप से शामिल किया गया है। जहां बालवाटिका विद्यालय परिसर में संचालित होती है, वहां उनका स्वागत समारोह प्राथमिक विद्यालय में आयोजित किया जाएगा।
संदेश:
डॉ. धन सिंह रावत ने कहा, "प्रवेशोत्सव न केवल नए छात्रों के स्वागत का माध्यम है, बल्कि यह हमारी शिक्षा में समावेशिता और गुणवत्ता को सुदृढ़ करने की प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है। हम चाहते हैं कि राज्य का कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे। पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी छात्र-शिक्षक-अभिभावक संवाद को सशक्त बनाना हमारी प्राथमिकता है।”
महानिदेशक
(झरना कमठान)
"प्रवेशोत्सव बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की ओर पहला कदम है। यह अवसर हमें याद दिलाता है कि प्रत्येक बच्चे को गुणवत्तापूर्ण और समान शिक्षा प्राप्त हो — यही हमारा उद्देश्य है। हम सभी शिक्षकों और अभिभावकों से अपेक्षा करते हैं कि वे इस अभियान को एक आंदोलन का रूप दें, ताकि हर बच्चा विद्यालय से जुड़ सके और आगे बढ़ सके।"
निदेशक, अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण
(बन्दना गर्ब्याल)
"प्रवेशोत्सव केवल नामांकन की प्रक्रिया नहीं, बल्कि बच्चों के साथ एक नए शैक्षिक यात्रा की शुरुआत है। यह अवसर है उन मूल्यों को संप्रेषित करने का, जो उन्हें संवेदनशील, जागरूक और जिम्मेदार नागरिक बनाएंगे। हमारी शिक्षण संस्थाएं इस दिशा में प्रतिबद्धता और नवाचार के साथ कार्य कर रही हैं।"
अपर निदेशक
(पदमेन्द्र सकलानी)
"हर बच्चे तक शिक्षा पहुँचाना केवल एक लक्ष्य नहीं, बल्कि सामाजिक दायित्व है। प्रवेशोत्सव के माध्यम से हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि शिक्षा जन-जन तक पहुँचे। शिक्षक, अभिभावक और समाज के अन्य हितधारकों की सक्रिय भागीदारी से यह अभियान और अधिक प्रभावशाली बनता है।"